गीत
पल गिन गिन पन्थ निहारा
,
नयनों के दीप जला कर |
मन की खिलती आशा से
,
नव वन्दनवार सजाकर |
मैंने जग जगकर कितने कल्प बिताये ,
तुम की जानो ?
अविरल आँहों की झड़ में ,
प्राणों की व्यथा न जानी |
नयनों से सिसक सिसककर ,
बिखराये गीत कहानी |
गीले पट में कितने इतिहास छिपाए ,
तुम क्या जानो ?
युग युग
की निरत प्रतीक्षा -
में , साधें सिसकी रोई |
दृग
के सपनों की दुनियाँ ,
अपने
आंसू से धोई |
मैंने रच रचकर कितने विश्व मिटाए ,
तुम क्या जानो ?
तुमने समझा भावुक हूँ ,
अल्लड हूँ , मोहमयी भी
|
बिन कारण हँस- रो देती
,
शैशव
की स्वप्नमयी सी |
इन सपनों में कितने अवसाद छिपाए ,
तुम क्या जानो ?
रचना – कुसुम सिन्हा
वाह..!
जवाब देंहटाएंशिवम जी बहुत धन्यवाद आभार
हटाएंवाह!!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भावपूर्ण ....
लाजवाब गीत
सुधा जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
हटाएंकुसुम सिन्हा जी की यह रचना लाजवाब है। आपको बधाई।
जवाब देंहटाएंवीरेंद्र जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
हटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार(३०-०१-२०२१) को 'कुहरा छँटने ही वाला है'(चर्चा अंक-३९६२) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है
--
अनीता सैनी
अनीता जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
जवाब देंहटाएंवाह! सुंदर हृदय स्पर्शी भाव , विरह श्रृंगार का अभिनव सृजन , सुंदर शब्द संयोजन ।
जवाब देंहटाएंसस्नेह।
कुसुम कोठारी जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
जवाब देंहटाएंअत्यंत भावपूर्ण काव्य-सृजन । मर्मस्पर्शी ।
जवाब देंहटाएंजितेन्द्र जी बहुत बहुत आभार धन्यवाद
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण भावाभिव्यक्ति... हृदयस्पर्शी सृजन ।
जवाब देंहटाएंमीना जी बहुत बहुत आभार धन्यवाद
हटाएंहृदयस्पर्शी व भावपूर्ण रचना।
जवाब देंहटाएंशान्तनु जी बहुत बहुत आभार धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर..
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार धन्यवाद
हटाएंमैंने रच रचकर कितने विश्व मिटाए ,
जवाब देंहटाएंतुम क्या जानो ?
नारी मन की वेदना का बहुत ही मर्मस्पर्शी चित्रण आदरणीय आलोक जी। कुसुम दीदी की भावपूर्ण रचनाएँ मन को अनायास छू जाती हैं। हार्दिक आभार साहित्य की ये अनमोल थाती पाठकों के सुपुर्द करने के लिए। 🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद आभार
हटाएंपता नहीं क्यों रीडिंग लिस्ट में आपकी नई रचनाएँ नज़र नहीं आती????
जवाब देंहटाएंयह शिकायत कई और प्रिय जनों ने भी की है | पर मैं इसका कारण कुछ समझ नहीं पा रहा हूँ | मेरा विचार है एक बार फिर मेरा ई मेल फिर फॉलो करके देखो और सफलता मिल जाए तो मुझे भी अवश्य बताना |
जवाब देंहटाएंजी जरुर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जवाब देंहटाएंवाह सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंज्योति जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
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