गीत
गीत की हर कड़ी तुम्हारे लिए है |
हर गीत में
तुम्हारे स्मृति बसी है ,
याद आना तो
मन की बेबसी है |
प्रीत की हर घड़ी तुम्हारे लिए है
|
गीत
की हर कड़ी तुम्हारे लिए है |`
गा रही तुम्हारे लिए हर सांस है ,
तुम नहीं
तो मन बहुत ही उदास है |
अश्रु की हर लड़ी तुम्हारे लिए है
|
गीत
की हर कड़ी तुम्हारे लिए है |`
लोचनों के दीपक जलाये हुए हूँ ,
पथ तुम्हारा जगमगाए हुए हूँ | प्राण की फुलझड़ी तुम्हारे लिए है |
गीत की हर कड़ी तुम्हारे लिए है |
प्रेम पगी खूबसूरत एहसासों से भरी सुन्दर रचना ...
जवाब देंहटाएंसंगीता जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
हटाएंलोचनों के दीपक जलाये हुए हूँ ,
जवाब देंहटाएंपथ तुम्हारा जगमगाए हुए हूँ | प्राण की फुलझड़ी तुम्हारे लिए है |
गीत की हर कड़ी तुम्हारे लिए है |.प्रेम के सुंदर यादों की भावभरी अभिव्यक्ति ।`
जिज्ञासा जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार सुन्दर टिप्पणी के लिए
हटाएंबहुत सुन्दर और भावप्रवण।
जवाब देंहटाएंभाई साहब बहुत बहुत आभार धन्यवाद
जवाब देंहटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (१०-०४-२०२१) को 'एक चोट की मन:स्थिति में ...'(चर्चा अंक- ४०३२) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
बहुत बहुत धन्यवाद आभार अनीता जी रचना को चर्चा में सम्मिलित करने के लिए |
जवाब देंहटाएंयाद आना तो मन की बेबसी है। ठीक ही कहा आलोक जी आपने। आपके इस सुंदर गीत को पढ़कर एक बहुत पुराना फ़िल्मी गीत याद आ गया - जलते हैं जिसके लिये, तेरी आँखों के दिये ढूँढ लाया हूँ वही गीत मैं तेरे लिये।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद आभार जितेन्द्र जी टिप्पणी के लिए ।
हटाएंअश्रु की हर लड़ी तुम्हारे लिए है |
जवाब देंहटाएंगीत की हर कड़ी तुम्हारे लिए है |
बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण गीत...गुनगुनाने लायक...
वाह!!!!
सुधा जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार टिप्पणी के लिए ।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत ही सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद आभार शकुंतला जी
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर समर्पित भाव सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार धन्यवाद
जवाब देंहटाएंप्रेय! गेय! काम्य! अति सुन्दर सृजन ।
जवाब देंहटाएंअमृता जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
जवाब देंहटाएंवाह वाह
जवाब देंहटाएंविमल जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत रचना।
जवाब देंहटाएंअनुराधा जी बहुत बहुत धन्यवाद आभार
जवाब देंहटाएंविरह और अनुराग की मिली जुली भावनाओं से गुंथी शानदार रचना आलोक जी | प्रेमिल अनुभूतियाँ मन को स्पर्श करती हैं | हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई आपको |
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद आभार
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